राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण संरक्षण आयोग की सदस्य प्रीति भारद्वाज का मानना है कि प्रदेश के बाल संप्रेक्षण गृहों में व्यवस्थाएं कमजोर है। ऐसे में लगातार बाल अपचारियों के भागने के मामले सामने आ रहे हैंं। संप्रेक्षण गृहों में नशे की बढती जा रही है।