पहले गुलाम नबीआजाद ने कांग्रेस पार्टी का साथ छोड़ा और अब सचिन पायलट भी अनशन पर बैठ गए हैं. वसुंधरा सरकार के कथित घोटालों की जांच की मांग पर सचिन पायलट के इस अनशन को क्या अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चे के तौर पर देखा जाए? क्या ये कांग्रेस के लिए एक और HR क्राइसिस की शुरुआत है? देखिए सुमित अवस्थी का एनालिसिस.