मिसाइल मैन के नाम से पहचाने वाले डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जीवन से प्रभावित बच्चे कहानी को ‘कलाम को सलाम’ नाटक में अभिनय के माध्यम से बयां किया गया।