बादल छाने और कुछ देर बूंदाबांदी होने से खेतों में कटी पड़ी और काटी जा रही सरसों, गेहूं और चना की फसल खराब हो जाने की आशंका किसानों को सताती रही। दूसरी तरफ बादल छाने से मौसम में गलन हो गई।