धुलण्डी पर पुरानी टोंक स्थित हीरा चौंक में वर्षो से चली आ रही परम्परा का निर्वाहन करते हुए गुर्जर समाज की और से भाईचारे के प्रतीक के रूप में कोड़ामार होली का आयोजन किया गया।