जिले की स्थानीय नगरीय निकाय खराब आर्थिक िस्थति से जूंझ रही है। निकाय राज्य सरकार से मिल रहे चुंगी पुनर्भरण अनुदान से भी अधिक राशि अपने कर्मचारियों के मासिक वेतन पर खर्च कर रही है। इससे हर महीने लाखों रुपए का आर्थिक भार निकायों पर केवल कर्मचारियों के वेतन पेटे पड़ रहा