चुनाव आयोग ने शुक्रवार को शिवसेना का असली वारिस एकनाथ शिंदे गुट को बता दिया. यानी की अब शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह धनुष बाण पर अधिकार एकनाथ शिंदे का होगा.
इलेक्शन कमीशन ने शुक्रवार को पाया कि शिवसेना का मौजूदा संविधान अलोकतांत्रिक है। उद्धव गुट ने बिना चुनाव कराए अपनी मंडली के लोगों को अलोकतांत्रिक रूप से पदाधिकारी नियुक्त करने के लिए इसे बिगाड़ा।
कमीशन ने यह भी पाया कि शिवसेना के मूल संविधान में अलोकतांत्रिक तरीकों को गुपचुप तरीके से वापस लाया गया, जिससे पार्टी निजी जागीर के समान हो गई। इन तरीकों को 1999 में EC नामंजूर कर
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