जयंती बाग अभी 11 वीं की छात्रा है। पिता भिलाई इस्पात संयंत्र में ठेका मजदूर हैं। माता दूसरे के घरों में खाना बनाने जाती है। आर्थिक तौर पर कमजोर परिवार है। ऐसे में छात्रा के सामने खेलने के ड्रेस किट व खेल सामग्री लेना मुमकिन नहीं था। बावजूद इसके उसका जज्बा कहीं कमजोर नही