बिहारी अस्मिता के लिए मुहिम चला रहे आई पी एस विकास वैभव को पहले बिहारी, कामचोर, ब्लडी आईजी और मां-पत्नी को गाली देना...फिर छुट्टी का उनका आवेदन अटकाना और अब विभागीय कार्यवाही की अनुशंसा करना; एक लगातार कई कदम होमगार्ड डी जी शोभा अहोटकर के लिए खाई का रूप लेता जा रहा है। युवाओं के साथ बिहार में 'खास लोग’ भी आई जी विकास वैभव के समर्थन में उतर रहे हैं। ऐसे लोग खुलकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक को नसीहत दे रहे हैं कि अगर वह बिहारी अस्मिता में आम बिहारियों के साथ हैं तो उन्हें गालीबाज अफसरशाह को सजा देनी चाह ए