माघ माह का धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत ही खास महत्व है, माघ मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि का भी हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया गया है। इस तिथि को गौरा तृतीया पर्व के रूप में मनाते हैं। इस पर्व का उतना ही महत्व है, जितना तीज पर्व का है। इस तिथि को माता गौरी की जन्मतिथि के रूप में भी मनाते हैं। इस दिन माता गौरी की विशेष पूजा और व्रत का रखने का विधान है, शास्त्रों में इस व्रत महिमा का बखान मिलता है। इस साल 24 जनवरी मंगलवार के दिन गौरी तृतीय व्रत रखा जाएगा। मां पार्वती की कृपा करने के लिए गौरी तृतीया व्रत अवश्य करना चाहिए, ऐसा शास्त्रों में बताया गया है। आइए जानते है इस व्रत की पूजन विधि ।
The month of Magh has a very special significance from the religious point of view, the third date of Shukla Paksha of the month of Magh has also been said to have special significance in Hinduism. This date is celebrated as Gaura Tritiya festival. The importance of this festival is as much as that of Teej festival. This date is also celebrated as the birth date of Mother Gauri. On this day there is a law to observe special worship and fast of Mata Gauri, the glory of this fast is found in the scriptures. This year Gauri Tritiya Vrat will be observed on Tuesday, January 24. Gauri Tritiya Vrat must be observed to please Maa Parvati, it has been told in the scriptures. Let us know the worship method of this fast.
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