*कोंच*(जालौन)सनातन धर्म मे बिशेष रूप से चतुर्थी तिथि गणेश की पूजा उपासना के लिए समर्पित है जो शुक्ल पक्ष में आने वाली चतुर्थी को बिनायक और कृष्ण पक्ष में आने वाली चतुर्थी को संकष्ठी चतुर्थी कहा जाता है इसी को लेकर दिन मंगलवार को गढ़ी स्थित प्राचीन गणेश मंदिर पर मेले का आयोजन किया गया यह चतुर्थी मंगलवार को पढ़ने के कारण इसे अंगार की चतुर्थी और लम्बोदर संकष्ठी चतुर्थी भी कहते है लोक भाषा में इसे माघी चौथ या तिलकुटा चौथ भी कहा जाता है मान्यता है कि इस फिन भगवान श्री गणेश का पूजन करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते है और सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है वहीं घर परिवार पर आ रही विघ्न बाधाओं से मुक्ति मिलती है एवं रुके हुए मांगलिक कार्य सम्पन्न होते है इसी को लेकर गणेश मंदिर पर सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा और बिशेष रूप से महिलाओं ने भगवान श्री गणेश का पूजन अर्चन कर अपने परिवार के लिए सुख समृद्धि की कामना की वहीं तहसील क्षेत्र के ग्राम सामी स्थित गणेश मंदिर में भी मेले का आयोजन किया गया जिसमें क्षेत्रीय लोगों ने पहुंचकर श्री गणेश जी का पूजन अर्चन किया।