इंद्रप्रस्थ... शाहजहानाबाद... देहली... और आज की दिल्ली., बदलते दौर के साथ-साथ अपनी पहचान के साथ, अतीत में दिल्ली को अलग-अलग नाम भी मिलते रहे। लेकिन इसे जो पहचान आज से 101 साल पहले मिली थी, इसकी वो पहचान और वो दर्जा आज भी बना हुआ है। 12 दिसंबर 1930 वो तारीख थी, जब दिल्ली को भारत की राजधानी बनाए जाने का फैसला किया गया था। जिसके बाद 13 फरवरी 1931 को दिल्ली को आधिकारिक तौर से राष्ट्रीय राजधानी घोषित कर दिया गया था। हालांकि दिल्ली को राष्ट्रीय राजधानी बनाए जाने की तैयारियां इससे कई दशक पहले ही शुरू कर दी गई थीं। वो साल था 1911 जब दिल्ली को एक नई पहचान देने की शुरुआत की गई। दिल्ली को नई दिल्ली के तौर पर विकसित करने की आधारशिला खुद तत्कालीन ब्रिटिश सम्राट जॉर्ज पंचम ने रखी थी। ( Indraprastha... Shahjahanabad... Dehli... and today's Delhi. Along with the changing times, along with its identity, Delhi also got different names in the past. But the recognition it got 101 years ago, its identity and that status is still there. 12 December 1930 was the date when it was decided to make Delhi the capital of India. After which Delhi was officially declared the national capital on 13 February 1931)
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