नागौर जिले के चाऊ गांव निवासी देवाराम जाखड़ उर्फ देवजी ने 'देव' बनकर वाल्मीकि समाज की अनाथ बेटी पुष्पा के अपने घर के आंगन में फेरे करवाकर ससुराल के लिए विदा किया।