प्रकाश पर्व के अवसर पर आठ नंवबर को खालसा कॉलेज में पूर्व सीएम कमलनाथ के जाने के बाद उठे विवाद को लेकर लगातार नए आरोप-प्रत्यारोप जारी है। दरअसल गुरूसिंघ सभा के सचिव और बीजेपी नेता राजा गांधी ने 13 नवंबर को मीडिया से चर्चा में कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी के लिए ही आपत्तिजनक शब्द बोलते हुए अंहकारी बोलते हुए कहा था की इंदौर में साल 1984 में कोई कत्लेआम नहीं हुआ। हालांकि विरोध के बाद गांधी ने वीडियो जारी कर समाजजन से पूरी घटना के लिए माफी मांगी है। उधर शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधन कमेटी द्वारा भी उन्हें इस मामले में स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है।