कालिदास जिस डाल पर बैठे थे, उसी को काट रहे थे, कैसे हुई राजकुमारी से शादी और कैसे बन गए महाकवि, जानिएv

2022-11-05 1,063

कल यानी 4 अक्टूबर को कालिदास जयंती थी। आज आपको उन्हीं की कहानी सुना रहा हूं। आज की अपनी कहानी को मैंने नाम दिया है- सिद्धि से सिद्ध हुए कालिदास....। बहुत से विद्वान महाकवि कालिदास का जन्म उज्जैन में हुआ मानते है। कुछ विद्वानों का कहना है कि उनका जन्म उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के कविल्ठा या कविल्का गांव में हुआ था। हालांकि प्रमाण के साथ उनके जन्म स्थान का दावा अभी तक नहीं किया गया। कालिदास के माता-पिता का उल्लेख कहीं नहीं मिलता।

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