दशहरे के मौके पर मुंबई में एक तरफ उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट की अलग-अलग रैलियां चल रही थीं तो वहीं दिल्ली में भी हलचल तेज थी। मुंबई में जिस वक्त दशहरा रैली चल रही थी, उसी दौरान शिवसेना का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में चुनाव आयोग के दरवाजे पर पहुंचा।