आतंकी घटनाओं में शामिल रहने के सबूत मिलने के बाद केंद्र सरकार ने पीएफआई यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया को पांच साल के लिए बैन कर दिया है... इससे पहले देशभर में छापे मारे गए थे.. इसमें मप्र भी शामिल था.. लेकिन यहां पर एक सवाल खड़ा हो गया है वो ये कि पीएफआई की सहयोगी संस्था एसडीपीआई यानी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया साफ-साफ बच गई है...