पालकी पर सवार निकले भगवान को देखने उमड़े श्रद्धालू -जलझूलनी एकादशी मनाई गई -शहर के विभिन्न मंदिरों से निकली रेवाडिय़ां -इक्यावन किलो की कुण्डी में झुलाए गए भगवान