रतलाम. वर्तमान का दौर अर्थ प्रधान है। अर्थ व्यवस्था के अभाव में परिवार टूट रहे है। इसके साथ ही वरिष्ठों की स्थिति दयनीय होती जा रही है। हाल यह कि घर से लेकर शासकीय कार्यालयों में वरिष्ठों का सम्मान नहीं मिल पा रहा है। सरकार भी पेंशनरों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही ह