कृष्ण जन्माष्टमी के बाद शहर में कई मंदिरों में सुबह से रात तक नन्द उत्सव की धूम मची हुई है। श्रद्धालु कृष्ण जन्मोत्सव के बाद से ही नन्द उत्सव के आयोजन कर रहे।