"स्वतंत्र सैनानियों ने आज़ाद भारत का सपना देखा, १५ अगस्त १९४७ में भारत अंग्रेजों से आज़ाद हो गया. आज हम आज़ाद भारत में सांस ले रहे है. आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे है.
इस आज़ादी के लिए कई लोगों ने अपने जान की बाजी भी लगा दी. आज के इस वीडियो में हम बात करेंगे मोहनदास करमचंद गांधी की, जिन्हे हम महात्मा गांधी के नाम से सम्बोधित करते है."