क आम आदमी जागरूक होता है वो सिस्टम को झुकाने का माद्दा रखता है.. इसलिए हम बार बार कहते हैं कि जागरूक बनिए... जिम्मेदारों से सवाल कीजिए और अब तो सोशल मीडिया की ताकत एक आम आदमी के पास है इसका ज्यादा और बेहतर इस्तेमाल होगा तो सिस्टम की जवाबदेही तय की जा सकेगी। सवाल पूछिए.. कुछ गलत है तो आवाज उठाइए.. अच्छा है तो तारीफ कीजिए... मगर बोलना, कहना बेहद जरूरी है.