जाको राखे साइयां मार सके ना कोई...यह कहावत रविवार शाम को उस समय चरितार्थ हुई जब एक ट्रैक्टर चालक आधे घंटे तक ट्रैक्टर के नीचे दबा रहने के बाद सकुशल निकल गया।