नुपूर शर्मा के बयान के बाद देश में इंबैलेंस चल ही रहा था कि उदयपुर और अमरावती की वारदात सामने आई फिर काली फिल्म का पोस्टर विवाद शुरू हो गया..और अब अजमेर अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती ने भड़काऊ बयान दे दिया. सवाल यहां ये है की अगर धर्म गुरु ही लोगों को भड़काने लगे तो धर्म की बात कौन करेगा?