NARMADAPURAM. भारत के सबसे बड़े डोमेस्टिक क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) को नया चैंपियन (Champion) मिल गया... बेंगलुरु (Bengaluru) में खेले गए फाइनल मुकाबले में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) ने 41 बार की चैंपियन मुंबई (Mumbai) को छह विकेट से हराकर पहली बार खिताब जीता...88 साल बाद प्रदेश के नाम रणजी ट्राफी दर्ज कराने में नर्मदापुरम के दो खिलाड़ियों का अहम योगदान रहा... इन दो खिलाड़ियों में फाइनल मुकाबले के शतकवीर बैटर यश दुबे (Yash Dubey) और मीडीयम पेसर गौरव यादव (Gaurav Yadav) नर्मदापुरम के ही रहने वाले हैं....यश दुबे ने जहां फाइनल मुकाबले में शानदार शतक जमाया तो वहीं गौरव यादव ने 6 विकेट लेकर मुंबई की कमर तोड़ दी....टीम को जीत मिलते ही गौरव के गांव बिसोनीकला (Bisonicala) में जश्न शुरू हो गया... बिसोनीकला के रहने वाले गेंदबाज गौरव यादव के पिता किसान और मां गृहणी हैं.... गौरव के परिवार में शुरूआत से ही ऐसा कोई सदस्य नहीं था जिसे देखकर गौरव आगे बढ़े सके....कड़ी मेहनत और प्रैक्टिस के दम पर गौरव ने परिवार ही नहीं पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया.... इस उपलब्धि पर गौरव के गांव में खुशियों का माहौल है...