भारतीय संविधान भले ही ये कहता है कि राष्ट्रपति देश का प्रथम नागरिक होता है, भले ही संविधान के मुताबिक भारत का राष्ट्रपति सर्वोच्च होता है, लेकिन व्यावहारिक बात तो यही है कि भारत में सबसे ताकतवर प्रधानमंत्री और उनकी कैबिनेट होती है. उनकी हर बात को मानना राष्ट्रपति के लिए लगभग जरूरी शर्त जैसा है. और इसीलिए कई बार भारत के राष्ट्रपति को लोग रबर स्टैंप भी कह देते हैं. फिर भी देश में कुछ ऐसे भी राष्ट्रपति हुए हैं, जिन्होंने संविधान के दिए अधिकारों का इस्तेमाल कर ये जताने और बताने की कोशिश की है कि भारत में फैसले लेने की सर्वोच्च ताकत राष्ट्रपति के ही पास होती है. ऐसे ही राष्ट्रपतियों की कहानी बता रहे हैं अविनाश राय.