रायसेन 10 जून। आम जनता की खून-पसीने की कमाई से किसानों के भले के लिए बनीं सरकारी योजनाओं को ठेकेदार और अफसर मिलकर किस तरह पलीता लगाते हैं, उसकी एक बानगी रायसेन जिले के बाड़ी में देखने को मिली है। जिले के सबसे बड़े बारना बांध से किसानों को सिंचाई के लिए सरकार ने नहरों के मरम्मत और पुर्ननिमार्ण के लिए बीते 6 सालों में करोड़ो रूपये स्वीकृत किये हैं । बड़ी नहरों का पक्कीकरण बीते सालों में पूरा हो चुका है। अब सीधे खेतों को पानी पहुंचाने वालीं 8 किलोमीटर लंबी सव-माईनर यानी की छोटी नहरों, m1 m2 का सीमेंटीकरण हो रहा है। इनका निर्माण इतना घटिया है कि पैरों की हल्की चोट से उखड़ जा रहा है। (शॉट्स रिलेवेंट देखकर लगाएं, बहुत अच्छे शॉट्स है)। जिन किसानों के खेतों से ये नहरें गुजर रही हैं, वो सबकुछ देखते-समझते हुए भी बेबस और मजबूर हैं।