पैगंबर मोहम्मद के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाली बीजेपी की पूर्व प्रवक्त नुपुर शर्मा को निलंबित करने के बाद भी इस्लामिक मुल्कों का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ है और वे भारत से माफ़ी मांगने की ज़िद पर अड़े हुए हैं. खाड़ी देशों के तेवरों से लगता नहीं कि वे इतनी जल्द मान जाएंगे. कहना गलत नहीं होगा कि बीजेपी की घरेलू राजनीति ने विदेश नीति पर बड़ी चोट कर दी है और सियासी इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि सत्तारूढ़ पार्टी की एक प्रवक्ता के बयान की अंतराष्ट्रीय स्तर पर इतनी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली है.इसलिये सवाल उठ रहा है कि नुपूर शर्मा के एक गैर जिम्मेदाराना बयान ने क्या भारत की 'घेराबंदी' करा दी है