कश्मीर (Kashmir) में टारगेट किलिंग (Target Killing) की घटनाएं तेजी से देखने को मिल रही हैं. इन घटनाओं ने कश्मीरी पंडित (Kashmiri Pandit), बाहरी निवासी और मजदूरों में खास डर बिठा दिया है. इस तनावपूर्ण स्थिति के बीच कश्मीरी पंडित हर साल आयोजित होने वाली खीर भवानी मंदिर (Kheer Bhawani Temple) के मेले और दर्शन के आज रवाना होंगे तो वहीं कई संगठनों ने इसमें शामिल होने से मना कर दिया है. उनका कहना है कि हालात 1990 से ज्यादा बदतर हो गए हैं. जम्मू के संभागीय आयुक्त राकेश कुमार ने तीर्थ यात्रा के सुगम आयोजन के लिये किये गए प्रबंधों की शनिवार को समीक्षा की. प्रसिद्ध रग्न्या देवी मंदिर में आयोजित होने वाला वार्षिक खीर भवानी मेला विस्थापित समुदाय के सबसे बड़े धार्मिक कार्यक्रमों में से एक माना जाता है. देखिए abp news की यह वीडियो रिपोर्ट.