बरसों तक एक जुमला सब सुनते रहे... अयोध्या (Ayodhya) की तैयारी है काशी मथुरा बाकी है... अब काशी (Kashi ) का नंबर आ चुका है... इसके बाद क्या भोपाल (Bhopal) और मध्यप्रदेश (Mp) के दूसरे कुछ शहरों का नंबर है... क्योंकि अब चुनाव (election) मध्यप्रदेश में भी होना है. तो क्या मंदिर मस्जिद की जंग अब मध्यप्रदेश के अहम शहरों तक पहुंचेगी... क्योंकि अब मंदिर (temple) और मस्जिद (mosque) की बात होती है तो मामला धार्मिक (religious) नहीं होता....वो राजनीतिक (political) ज्यादा हो जाता है. जिस तरह उत्तरप्रदेश (uttar pradesh) की सियासत में धर्म का रंग चढ़ा है... क्या वही रंग मध्यप्रदेश में भी चुनाव से पहले दिखने वाला है....मध्यप्रदेश में धर्म और राजनीति (politics) एक होंगे या नहीं आज के कार्यक्रम में इस पर चर्चा जरूर करेंगे....साथ ही यह जानने की कोशिश करेंगे कि ज्ञानवापी की तर्ज पर भोपाल की जामा मस्जिद का नाम क्यों सामने आया है...