शिवराज सिंह चौहान जितना अलग अलग चुनौतियों का सामना अपनी चौथी पारी में कर रहे हैं. उतनी परेशानियां उन्होंने अपने पंद्रह साल के सीएम काल में नहीं देखी थीं. सीएम शिवराज सिंह चौहान की नई चुनौती कोई करीबी मंत्री या प्रदेश के कोई विधायक नहीं है. ये चैलेंजे हैं योगी आदित्यनाथ. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और शिवराज सिंह चौहान अचानक एक ही रेस के मैदान में पहुंच गए हैं. यहां उन्हें पहुंचाने वाले कोई और नहीं बल्कि शिवराज सिंह चौहान के करीबी मंत्री या फिर वरिष्ठ मंत्री हैं. जिन्होंने अपने बयानों से प्रदेश में ये हालात बना दिए हैं कि तीन बार चुनाव जीत चुके और चौथी पर सत्ता पर काबिज हुए शिवराज सिंह चौहान को दूसरी बार ही जीते योगी आदित्यनाथ से मुकाबला करना पड़ रहा है. मजेदार बात ये है कि खुद शिवराज सिंह चौहान ऐसा नहीं चाहते. लेकिन उनके मंत्री बार बार उन्हें इस रेस में ला खड़ा करते हैं..