कांशीराम मानते थे कि सरकार बनाकर और सरकारी नौकरियों में ऊंचे ओहदों पर जाकर ही दलित और पिछड़े अपने समुदाय के हित को आगे बढ़ा सकते हैं.... इसी विचार के साथ कांशीराम ने आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों को संगठित करने का काम शुरू किया था. कांशीराम ने कैसे खड़ी की थी बहुजन समाज पार्टी, कांशीराम ने मायावती से क्या कहा था कि मायावती IAS की तैयारी छोड़ राजनीति के अखाड़े में कूद गई थीं, देखिए हमारी स्पेशल रिपोर्ट में