Ramadan: चांद का ऐलान हो या फिर नमाज का वक्त। वह अपने नाजुक हाथों से भारी-भरकम तोप में बारूद भर कर दागती है तो आवाज अजमेर के आस-पास स्थित गांवों तक सुनाई देती है।