सर्दी की विदाई से पहले ही शहर के लोगों के कंठ सूखने लगे हैं। चम्बल का पानी लाने के लिए सरकार पानी की तरह पैसा बहा रही है। यह बात और है कि अफसरों की लापरवाही से वस्त्रनगरी के बाशिंदों को गर्मी की दस्तक से पहले ही दो दिन के अंतराल में पेयजल मिलने लगा है।