तीन दशक के बाद बीजेपी गोरखपुर सदर में किसी बड़ी पार्टी के मुस्लिम उम्मीदवार का मुकाबला कर रही है... क्योंकि बीएसपी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अपने पुराने पार्टी कार्यकर्ता ख्वाजा शम्सुद्दीन को इस सीट से मैदान में उतार दिया है...पेशे से सरकारी ठेकेदार शम्सुद्दीन 20 साल से भी ज्यादा समय से बीएसपी में हैं