मानव इतिहास में अंतिम संस्कार की प्रथाओं में अब तक बहुत थोड़ा ही बदलाव आया है. सीमित मात्रा में पाए जाने वाले संसाधन अब भी जमीन में गाड़ दिए जाते हैं, जबकि दाह संस्कार से हवा प्रदूषित होती हैं. लेकिन अब अंतिम संस्कार के दौरान होने वाले पर्यावरणीय प्रभावों को कम करने के तरीके खोजे जा रहे हैं. #OIDW