4 दिन के Chhath Pooja में खरना के साथ ही 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरु हो जाता है। इस व्रत को व्रती पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ करते हैं लेकिन इस 36 घंटे के निर्जला अनुष्ठान के कुछ नियम भी होते हैं। इन नियमों का छठ व्रतियों को पालन करना ही चाहिए जिससे व्रत पूरी तरह से फलित हो और व्रती के स्वास्थ्य पर भी कोई असर ना हो।
खरना का भोजन करते समय इस बात का ध्यान रखें कि खाते समय कोई बच्चा रोतो हुआ ना हो और व्रती के आसपास शोर भी ना हो रहा हो।