कन्याओं के पैर धोकर-तिलक कर पूजा की जा रही है। साथ ही पूड़ी, काले चने की सब्जी, सूजी का हलवा, फल और अन्य भोजन कराकर श्रद्धानुसार उपहार दिए जा रहे हैं।