रामगंजबालाजी (बूंदी). क्षेत्र की कुरेल नदी उफान पर बहने के बाद बन का खेड़ा व ऐबरा गांव सोमवार को तीसरे दिन भी टापू बने रहे। ग्रामीण गांवों में कैद हो गए। गांवों के रास्तों पर 15 से 20 फीट पानी जमा रहा। ऐबरा गांव में रविवार रात 21 वर्षीय प्रसूता सोनिया मीणा को प्रसव पीड़ा शुरू