Uttarakhand का औषधीय मेला आज भी संस्कृति और परंपरा को संजोए है। इस मेले को नगदूण मेले के नाम से भी जाना जाता है। यह अनोखा मेला उत्तरकाशी के जखोल गांव में मनाया जाता है। सावन के महीने में बीमारियों को दूर रखने के लिए ग्रामीण इसका आयोजन करते हैं। इसमें महिला नगदूण(औषधीय पौधा) को सिल बट्टे पर पीसती हैं। साथ ही लोक गीत भी गाती हैं। मान्यता है कि सावन में नगदूण खाने से पेट की बीमारियां दूर होती हैं।