1984 में ग्वालियर से चुनाव में माधवराव सिंधिया से हार के बाद अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की सियासत से दूरी बढ़ी तो उन्हें आर्थिक समस्याओं ने भी घेर लिया... हालांकि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) की कोशिश रहती थी कि वाजपेयी को अमेरिका जाने वाले किसी न किसी प्रतिनिधिमंडल में शामिल कर लिया जाए, ताकि इसी बहाने में उनका इलाज भी चलता रहे..