श्री सतगुरु देवाए नमः
बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरु महाराज की जय
बोल सांचे दरबार की जय
मन दुनिया तो मुड़ जाये
सतगुरु ए कृपा तू करदे
ए कृपा तू करदे सतगुरु
राग द्वेष तो ए मुँह मोड़े
अंदर रब्ब नाल रिश्ता जोड़े
मै मेरी मूक जाये
सतगुरु ए कृपा तू करदे
ए कृपा तू करदे सतगुरु
जनम बीत गए मैं मेरी विच
झगडे मुकने तू तेरी विच
तेरा दर न ए छूट जावे
सतगुरु ए कृपा तू करदे
ए कृपा तू करदे सतगुरु
जय सच्चिदानन्द जी
नाम जपिये