बरौली विधानसभा सीट का सियासी इतिहास !
देखिए अबकी बार बरौली में किसकी सरकार ?
2022 में कौन सी पार्टी का खुलेगा बरौली में खाता ?
बीएसपी, बीजेपी, RLD-सपा किसकी होगी जीत ?
देखिए आज विधानसभआ सीट का तानाबाना !
किसके पाले में जाती दिख रही है बरौली की आवाम ?
अलीगढ़ जिले की बरौली विधानसभा में जिला पंचायत चुनावों के बाद विधानसभा के चुनावों की धमाचौकड़ी देखने को मिल रही है…विधानसभा सीट पर हर दल दावा ठोक रहा है लेकिन हकीकत में जीत किसके खाते में जाएगी उसपर असमंजस बरकरार है…सपा और RLD की जीत के आसार बन रहे हैं या फिर बीजेपी या बीएसपी बाजी मार सकती हैं…जानेंगे कि इस सीट पर इस बार किसकी जीत के समीकरण हैं लेकिन पहले जानते हैं कि बरौली विधानसभा पुराना सियासी इतिहास क्या कहता है…
2002 के विधानसभा चुनावों में यहां से बीएसपी ने जीत दर्ज की थी
बीएसपी के टिकट पर ठाकुर जयवीर सिंह विधायक बने थे
बीएसपी ने 2002 में आरएलडी के दलवीर सिंह को हराया था
2002 में कांग्रेस के दिनेश शर्मा तीसरे स्थान पर रहे थे
आरटीकेपी के दुर्गपाल सिंह 2002 में चौथे स्थान पर रहे थे
सपा, बीजेपी तब यहां रेस से गायब थे
2007 विधानसभा चुनावों में यहां से फिर बीएसपी जीती
और दूसरे नंबर पर फिर से 2007 में आरएलडी ही रही
तीसरे स्थान पर कांग्रेस के दिनेश शर्मा 2007 की ही तरह थे
लेकिन चौथे स्थान पर 2007 में बीजेपी ने मौजूदगी दर्ज करवाई
2012 के विधानसभा चुनावों में सियासी पासा पलटा दिखा
बीएसपी के ठाकुर जयवीर सिंह को आरएलडी ने यहां से पराजित किया
2012 में बरौली सीट से आरएलडी के दलवीर सिंह विधायक बने
2012 के विधानसभा चुनावों में JAKP के केशव सिंह तीसरे स्थान पर रहे थे
जबकि 2012 में बीजेपी के मुनीष गौर चौथे स्थान पर रहे थे
2017 के विधानसभा चुनावों में पासा फिर पलटा और बीजेपी ने खाता खोला
बीजेपी उम्मीदवार ने 2017 के विधानसभा बंपर जीत हासिल की
2017 के विधानसभा चुनावों में बीएसपी दूसरे नंबर पर रही थी
2017 में जीतने वाली बीजेपी के सितारे इस बार गर्दिश में दिखाई दे रहे हैं और बीएसपी की स्थिति भी कुछ खास नहीं दिख रही है…बात करें कांग्रेस की तो कमोवेश हर जगह जैसा हाल यहां कांग्रेस का है…वहीं मजबूत स्थिति में इस बार सपा और आरएलडी गठबंधन दिख रहा है…ऐसे में आइए जानते हैं कि इस बार के सियासी मुद्दे क्या है…
बरौली सीट पर किसानों का मुद्दा छाया हुआ है
बीजेपी के खिलाफ गठबंधन इसे जमकर भुना रहा है
कोरोना काल की मौतों पर भी लोगों का गुस्सा दिख रहा है
शिक्षा, अपराध और क्राइम का मुद्दा भी अहम है
बीजेपी की स्थिति लोगों के दिलों में अब बिगड़ी है
जिसका फायदा सपा गठबंधन को मिलता दिख रहा है
बरौली सीट पर हालात ऐसे है कि स्थितियां सपा और आरएलडी के पक्ष में है लेकिन चुनावी वक्त में दलों के प्रचार प्रसार पर भी सबकी निगाहें टिकी है…अब देखना ये है कि चुनावों के वक्त में कौन माहौल को अपने पाले में करता है और आवाम किसके सिर जीत का ताज सजाती है…फिलहाल किसी की भी जीत का दावा करना अतिशयोक्ति ही होगी…ब्यूरो रिपोर्ट