भारत में पैदा हुए बच्चे को बूरी नजरों से बचाने के लिए काजल का टीका लगाया जाता है। साथ ही ये भी कहा जाता है कि इससे बच्चे की आंखें और पलके बड़ी होती हैं। हालांकि बच्चों के डॉक्टर (पिडियाट्रिशियन) इस बात की सलाह बिलकुल नहीं देते हैं। डॉक्टर की माने तो ऐसा करना बेहद नुकसानदायक होता है। इसके बावजूद बच्चों की कोमल आंखों में काजल लगाया जाता है। डॉक्टर के मुताबिक बच्चों की सेहत के लिए यह जहर की तरह काम करता है। बच्चों को हाइअर गट ऑप्जर्पशन होता है और उनका नर्वस सिस्टम विकास की प्रक्रिया में होता है। ऐसे में काजल में मौजूद लेड जहर की तरह काम कर सकता है। आइए जानते हैं कि क्यों नहीं लगाना चाहिए बच्चों को काजल।
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