साहित्यिक नक्सल हैं ‘शव वाहिनी गंगा’ के प्रशंसक- गुजरात साहित्य अकादमी प्रमुख के बोल,169 लेखक लामबंद

2021-06-18 1,644

Shav Vahini Ganga Controversy: कवियित्री पारुल खक्कर (Poet Parul Khakkar) की कविता (Poem) 'शव वाहिनी गंगा' (Shab Vahini Ganga) पर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। गुजरात साहित्य अकादमी के प्रमुख (gujarat sahitya academy chief) विष्णु पांड्या (Vishnu Pandya) ने इस कविता की प्रशंसा करने वालों को साहित्यिक नक्सल (Literal naxal ) करार दे दिया है। जिसके बाद 169 साहित्यिक हस्तियों ने इसे साहित्यिक तानाशाही बताते हुए एक साथ लामबंद होने का फैसला किया है। क्या है ये पूरा विवाद जानते हैं जनसत्ता की इस खास रिपोर्ट में....

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