अखिलेश यादव का नया फॉर्मूला ‘KBC’ !
2022 में ‘KBC’ फॉर्मूला बनेगा सपा का हथियार !
बीजेपी के खिलाफ इस्तेमाल होगा ‘KBC’ फॉर्मूला !
देखिए ‘KBC’ फॉर्मूले में क्या-क्या है शामिल ?
कैसे सपा करेगी सत्ताधारी पार्टी की छुट्टी ?
सपा का ‘KBC’ फॉर्मूले पर लगातार मंथन है जारी !
सत्ताधारियों के खिलाफ काफी रिसर्च के बाद तैयार हुआ फॉर्मूला !
क्या सपा के लिए संजीवनी का काम करेंगे ‘KBC’ फॉर्मूला ?
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में अब मात्र गिनती के महीने बचे हैं और इन गिनती के महीनों में हर दल अपनी-अपनी सियासी जमीन को मजबूत करने का भरपूर प्रयास कर रहा है…जिसमें सत्तधारी पार्टी बीजेपी, मुख्य विपक्षी दल सपा और बीएसपी, कांग्रेस आम आदमी पार्टी भी शामिल हैं…अन्य दलों की बात करें तो उनकी तैयारी कुछ खास नहीं दिखती लेकिन सपा लगातार सत्ता में काबिज होने के लिए और सत्ताधारी पार्टी की छुट्टी करने के लिए तैयारी में जुटी है और मोर्चेबंदी भी कर रही है…ऐसे में सपा से जुड़े विश्वस्त सूत्रों की माने तो समाजवादी पार्टी कई अहम मुद्दों के साथ मैदान में उतरने की पूरी तैयारी कर चुकी है और रणनीति जो बनाई गई है उसके सफल होने की भी पार्टी आलाकमान को उम्मीद है…सपा वैसे तो तमाम मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी लेकिन तीन मुद्दे ऐसे हैं जिनके सहारे सपा सत्ताधारियों को पहले से ही घेर रही है और अब आगे भी मजबूती से घेरने की तैयारी में है…सपा ने जो तीन मुद्दे बीजेपी के खिलाफ हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने का प्लान बनाया है उसे सियासी जानकार ‘KBC’ फॉर्मूला कह रहे हैं और ये ‘KBC’ फॉर्मूला सपा के लिए एक मजबूत हथियार भी साबित हो रहा है क्योंकि अखिलेश यादव अक्सर इस ‘KBC’ वाली मिसाइल से सत्ताधारी पार्टी वारूद दागते रहते हैं…अब आप सोच रहे हैं कि आखिर ‘KBC’ क्या है तो ये तीन अलग-अलग मुद्दों का जोड़ है…तो आइए एक-एक कर जानते हैं ‘KBC’ फॉर्मूले की पूरी रूप रेखा…
‘KBC’ फॉर्मूले में K का मतलब किसान
जी हां किसानों का मुद्दा लगातार सियासी हथियार बन रहा है और जिस तरह से किसानों की अनदेखी की जा रही है इससे सपा काफी खफा है और बीजेपी के खिलाफ अक्सर हल्ला बोलती रहती है…वहीं कोरोना की दूसरी लहर से पहले अखिलेश यादव ने किसानों को लेकर कई रैलियों को संबोधित भी किया था और जमकर माइलेज लिया था…अब एक बार फिर किसानों के मुद्दे पर अखिलेश यादव सरकार के खिलाफ हल्ला बोल करने के लिए तैयार है…
‘KBC’ फॉर्मूले में B का मतलब बेरोजगारी
राज्य की योगी सरकार हो या केंद्र की मोदी सरकार बेरोजगारों को रोजगार का सपना दिखाकर दोनों ही सरकारों ने युवाओं से वोट लिया और बाद में ठेगा दिखा दिया…ऐसे में बोरोजगारी से जहां देश भर के युवा परेशान है वहीं उत्तर प्रदेश में भी हालात ऐसे ही देखने को मिल रही है और बेरोजगारों की समस्या को लेकर एक बार फिर अखिलेश यादव आवाज बुलंद कर रहे हैं…ऐसे में सपा नेताओं का कहना है कि हमारी पार्टी बेरोजगारों के साथ हुए धोखे को जनता के सामने रखेगी और जो हालात पैदा हुए हैं उन हालातों पर सरकार की पोल खोलेगी और युवाओं को बताया जाएगा कि कैसे सरकार ने वोट तो ले लिया लेकिन बेरोजगारी को दूर नहीं कर पाई…बेरोजगारी भी सपा का एक बड़ा हथियार बनेगी…
‘KBC’ फॉर्मूले में C का मतलब है कोरोना
कोरोना काल में उत्तर प्रदेश में जिस तरह से मौत का मंजर देखने को मिला वो मंजर कभी कोई भुला नहीं सकता और जिन परिवारों पर कोरोना का कहर टूटा है उन परिवारों को संभलने में सालों साल लग जाएंगे…क्योंकि कई घरों में तो सिर्फ वीरानी पसरी है तो कभी बच्चे अनाथ हो गए है