15 साल पहले गुजरात में बीजेपी के नेता हरेन पांडया को किसने मारा, ये सवाल फिर सामने आ गया है। सोहराबुद्दीन शेख़ मामले में गवाह आज़म खान ने कहा है कि सोहराबुद्दीन को नरेंद्र मोदी के राजनैतिक धुर-विरोधी हरेन पांडया की हत्या की सुपारी दी गई थी। हरेन पांडया की 2003 में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। हत्या से पहले 2002 के दंगों के बारे में पांडया ने एक public tribunal के सामने नरेंद्र मोदी के खिलाफ़ गवाही दी थी। बाद में सोहराबुद्दीन शेख़ की एक फेक पुलिस एंकाउंटर में मौत हो गई।
ये मामला 15 साल बाद क्यों बाहर आया और नरेंद्र मोदी और अमित शाह के लिये क्या सियासी नतीजे हो सकते हैं... वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण और कारवाँ मैगज़ीन के राजनैतिक संपादक हरतोष सिंह बल से बातचीत के ज़रिये इन बिंदुओं को जोड़ रही है द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी Click here to support The Wire: https://thewire.in/support