ग्राउंड रिपोर्ट: 2002 के गुजरात दंगों में विस्थापित हुए लोगों की सुध लेने वाला कोई नहीं है. दंगों के 15 साल बाद भी उनके पास न ज़मीन है न आधारभूत सुविधाएं.http://thewirehindi.com/2536/gujarat-riots-victims-apathy-after-fifteen-years/