श्री सतगुरु देवाए नमः
बोलो जयकारा बोल मेरे श्री गुरु महाराज की जय
बोल सांचे दरबार की जय
गुरु देव तुम्हारे द्वारे पर
एक प्रेम पुजारी आया है-2
जब कृपा हुई तुमरी हम पर
दीदार तुम्हारा पाया है-2
है पास ना कुछ पूजा के लिए
स्वीकार करो मेरे दो आंसू
यही भेट है इस दीवाने की
यही फूल चढ़ाने आया है
गुरु देव तुम्हारे द्वारे पर
एक प्रेम पुजारी आया है
नहीं वास्ता मुझको दुनिया से
नाही तेरी दुनिया वालो से
यह सेवक छोड़ कर सब दुनिया
तुमको अपनाने आया है
गुरु देव तुम्हारे द्वारे पर
एक प्रेम पुजारी आया है
देखा आजमा के दुनिया को
यहाँ कोई नहीं पाया अपना
ए सतगुरु प्यारे तुम्हारे बिना
हर और अँधेरा छाया है
गुरु देव तुम्हारे द्वारे पर
एक प्रेम पुजारी आया है
जय सच्चिदानन्द जी
नाम जपिये