बहराइच में सपा के घर में खिंची तलवारें !
अखिलेश यादव को अब देना होगा ध्यान !
पंचायत चुनाव के बाद पदों को लेकर खींचतान !
ये खींचतान पार्टी के लिए बन सकती है कमजोरी !
बीजेपी उठा सकती है इस रार का फायदा !
ब्लॉक प्रमुख पद को लेकर दो धड़ों में बंटी सपा !
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के नतीजे आने के बाद समाजवादी पार्टी काफी जोश में दिख रही है पार्टी को एहसास है कि वो अब मजबूती हासिल कर रही है लेकिन दूसरी तरफ पार्टी के ही अति उत्साहित नेता जो पार्टी में पद की लालसा रखते हैं वो परेशानी का कारण भी बनते जा रहे हैं…कई जगह से गुटबाजी की खबरें सामने आ रहीं है ऐसे में अब बहराइच से भी ब्लॉक प्रमुख के पद को लेकर सपा की खींचतान देखने को मिल रही है जिससे बीजेपी काफी खुश दिख रही है क्योंकि सपा नेताओं में जितना सिर फुटव्वल होगा बीजेपी को उसका फायदा मिलने के चांस भी उतने ही रहेंगे…अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर समाजवादी पार्टी में ऐसा क्या देखने को मिल रहा है तो आपको बता दें कि पंचायत चुनाव में सत्तारुढ़ बीजेपी की अपेक्षा समाजवादी पार्टी ने जनता समर्थन हासिल ज्यादा हासिल किया…चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद से ही दोनों पार्टियों ने जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख पदों पर अपने समर्थित प्रत्याशियों को काबिज करने के लिए जोड़ गांठ भी शुरू कर दी…दोनों ही पार्टियों में नए-नए सदस्यों को पार्टी में जोड़ने का सिलसिला जारी है…हाल ही में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष की ओर से तेजवापुर और महसी ब्लॉक के सपा समर्थित ब्लॉक प्रमुख पद के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई…अब ये घोषणा विवादों में घिरती दिख रही है…प्रत्याशियों को लेकर सपा कार्यकर्ताओं का खेमा दो गुटों में बंटता दिखाई दे रहा है, जिलाध्यक्ष की ओर से हाल ही में बीजेपी नेता मीना दीक्षित को दलबल के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल किया गया था…पार्टी में सदस्यता के साथ ही उन्हें ब्लॉक प्रमुख पद का सपा समर्थित प्रत्याशी घोषित कर दिया गया…इसके साथ ही महसी ब्लॉक से कमलापति उर्फ छब्बूलाल अवस्थी को सपा समर्थित ब्लॉक प्रमुख पद प्रत्याशी घोषित किया गया था…जिसके बाद से तेजवापुर और महसी ब्लॉक के कई कार्यकर्ताओं में प्रत्याशियों के नामों को लेकर नाराजगी देखने को मिल रही है…सबसे ज्यादा नाराजगी तेजवापुर ब्लॉक पद प्रत्याशी को लेकर दिख रही है…पार्टी के नेता दो खेमों में बटे दिखाई दे रहे हैं…कई कार्यकर्ता इसे प्रदेश नेतृत्व का फैसला नहीं मान रहे हैं, और इसमें बदलाव की उम्मीद लगाए बैठे हैं…वहीं इस मामले में जिलाध्यक्ष रामहर्ष यादव का कहना है कि प्रदेश नेतृत्व की ओर से ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की जिम्मेदारी मुझे दी गई थी…पार्टी के क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं से बातचीत और पार्टी के हित को ध्यान में रखते हुए प्रत्याशी घोषित किए गए हैं…लेकिन अब नाराजगी से हालात बिस्फोटक दिख रहे हैं…तेजवापुर ब्लॉक की प्रमुख प्रत्याशी मीना दीक्षित को बनाया गया है…जबकि पार्टी के कई कार्यकर्ता विनोद त्रिपाठी की पत्नी कंचन त्रिपाठी को सपा समर्थित प्रत्याशी के रुप में देखना चाहते हैं…ऐसे में अब बहराइच में सपा दो खेमों में बंटी दिख रही है और बीजेपी मजे ले रही है…हालात अगर ऐसे रहे तो फिर सपा जीत कर भी अपना नुकसान कर बैठेगी और इसके लिए अखिलेश यादव को मामले पर संज्ञान लेकर कोई फैसला करना चाहिए…जो सबको मंजूर हो और पार्टी की साख भी बची रहे…बाकी हालात कुछ ज्यादा बेहतर नहीं दिख रहे हैं…ब्यूरो रिपोर्ट